किसानों का कर्ज हो माफ और बिजली बिल आए हाफ : राज बब्बर
किसानों का कर्ज हो माफ और बिजली बिल आए हाफ : राज बब्बर
रबूपुरा। किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। जबकि कड़ी मेहनत और विभिन्न समस्याओं को झेलकर किसान अन्न पैदा कर देश का पेट भरता है। लेकिन, झूठे हमदर्दों के कारण वही भूखा रह जाता है। कांग्रेस ने हमेशा किसानों की लड़ाई लड़ी है। केंद्र सरकार किसानों का कर्ज माफ करे एवं बढ़ी दरों में कटौती कर बिजली के बिल हाफ करे। इतना ही नहीं किसानों को फसल का उचित मूल्य दिया जाना चाहिए। तभी देश का किसान सबल बन सकेगा। यह बात कांग्रेस के पूर्व उत्तर प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद राज बब्बर ने कही। वह मंगलवार को करौली बांगर गांव में कांग्रेस के किसान जनजागरण अभियान के अंतर्गत किसानों के बीच पहुंचे थे।
राज बब्बर ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा, दूसरी ओर लावारिस गोवंश खेतों को उजाड़ रहे हैं। किसानों की हितैषी होने का ढिंढ़ोरा पीटने वाली सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। बेरोजगारों को गोवंशों के रखरखाव के लिए भत्ता मिलने लगे तो इससे बेरोजगारी की समस्या भी दूर होगी और गोवंशों की भी दशा में सुधार आएगा। वहीं, किसानों की फसल भी तबाह होने से बचेगी। उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा। जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्च पर विफल हो रही है। कांग्रेस युवाओं, कारोबारियों और किसानों समेत सभी वर्गों के हित में तहसील से लेकर विधानसभा तक व्यापक आंदोलन करेगी। इस दौरान प्रदेश महासचिव विरेंद्र सिंह, प्रदेश सचिव विदित चौधरी, एआईसीसी के सदस्य अजीत दौला, राजवीर रौसा, अरविंद सिंह, जगदीश शर्मा, राजकुमार तंवर, पुरुषोत्तम नागर, सतीश शर्मा, विधि चौहान, दिनेश अवाना, सागर शर्मा, शकील अहमद, रामवीर सिंह, कालू सिंह, ओमवीर यादव और योगेश तालान आदि मौजूद रहे।
दिल्ली में हुई हार लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ा
दिल्ली में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त के सवाल पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कहा कि पार्टी की हार जरूर हुई है, लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ा है। लोग पार्टी की नीतियों को समझ रहे हैं। यही कारण है मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, झारखंड और महाराष्ट्र सहित कई प्रदेशों में कांग्रेस ने भारी मतों से जीत दर्ज की है। कहा कि यूपी में चुनाव की तैयारी के लिए आने वाले समय में रणनीति तैयार की जाएगी।
बिना अनुमति चल रहे कार्यक्रम में नोकझोंक
पुलिस कमिश्नरी सिस्टम में पहली बार धारा-144 लगाए जाने के बाद भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं, गांव में सभा की अनुमति भी नहीं ली गई थी। सभा के दौरान बड़ी संख्या में भीड़ जुटने की सूचना पर पुलिस पहुंची और दो बार लाउड स्पीकर बंद करा दिया। साथ ही अनुमति नहीं लिए जाने पर सभा को स्थगित करने को कहा। इस पर कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों के बीच नोकझोंक भी हुई। हालांकि, बाद में मामला शांत करा दिया गया।