देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा गाजियाबाद

 


देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा गाजियाबाद


ट्रांस हिंडन। प्रमुख संवाददातारविवार को गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। वायु प्रदूषण की गुणवत्ता मापने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शाम चार बजे देश के 41 शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआई)जारी किया। इसमें गाजियाबाद पहले तथा नोएडा दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर पाया गया। गाजियाबाद में सुबह 10:30 बजे पीएम10 का स्तर 992 तक पहुंच गया था इसके बाद सीपीसीबी ने डाटा को जांचने के लिए पीएम10 का स्तर हटा दिया। रविवार शाम चार बजे जारी आंकड़ों के अनुसार गाजियाबाद का वायु प्रदूषण एक्यूआई 498 रहा जबकि दूसरे स्थान पर रहे नोएडा का एक्यूआई 492 रहा। फरीदाबाद 468 तथा गुड़गांव एवं दिल्ली 460 अंक के साथ चौथे नंबर पर रहे। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने शहर में रविवार को 100 औद्योगिक इकाइयों को बंद कराया। इन इकाइयों को राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश का हवाला देते हुए नोटिस जारी कर 14 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। शनिवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 32 इकाइयों को बंद कराया था जबकि लोनी में 37 छोटी अवैध इकाइयों को ध्वस्त किया था। शुक्रवार को 64 इकाइयों को बंद कराया गया है। रविवार तक कुल 196 इकाइयों को बंद कराया जा चुका है जबकि 37 इकाइयों को ध्वस्त किया गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि गाजियाबाद में 356 यूनिटें वायु प्रदूषण के लिहाज से संवेदनशील हैं। सभी इकाइयों को सोमवार तक बंद करा दिया जाएगा। --शनिवार को प्रदूषण का स्तरतत्व स्तर मानकपीएम 10 -- 100पीएम 2.5 772 60एसओ 2 45 80एनओ 2 108 80(मानक-माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है। प्रदूषण शनिवार शाम 7 बजे से से शुक्रवार शाम 7 बजे की अवधि का है। )--बीते पांच दिनों में प्रदूषण का हालतत्व शनिवार शुक्रवार गुरुवार बुधवार मंगलवार पीएम 10 901 922 735 611 623 पीएम 2.5 550 654 725 516 490 --एनजीटी के आदेश का पालन गाजियाबाद में ही क्यों हो रहा है। जिला प्रशासन ने अपने स्तर से शहर के उद्योगों की कमर तोड़ने का काम किया है। सोमवार को जिलाधिकारी से मिलकर उद्यमी अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे। अरुण शर्मा, अध्यक्ष, गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन--14 नवंबर को एनजीटी में होने वाली सुनवाई में फेडरेशन भी अपना पक्ष रखकर फैसले पर अपील की मांग करेगा। सिर्फ उद्योगों की बंदी ही समस्या का समाधान नहीं है। अनिल गुप्ता, महासचिव, गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन--एनजीटी के आदेश का पालन कराया जा रहा है। जनपद में 350 औद्योगिक इकाइयां वायु प्रदूषण के लिहाज से संवेदनशील हैं। ऐसी इकाइयों को सोमवार तक बंद कराया जाएगा। अजय शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड--पीएम2.5हवा में धूल के कण फेफड़े के अंदरूनी हिस्से तक पहुंच जाते हैं। इनका आकार 2.5 माइक्रोन प्रति घन मीटर होता है। इससे व्यक्ति को श्वास संबंधी बीमारियां होती हैं। --पीएम-10 पीएम-10 के कण मुहं और नाक के जरिए फेफड़ों व सांस की नली में जम जाते हैं। जो सेहत के लिए खतरनाक है। इससे सांस संबंधी बीमारियां हो रही हैं। एनसीआर में चल रहे निर्माण कार्यों के चलते पीएम-10 का स्तर अधिक रहता है।